Rahu ketu खराब होने के लक्षण :
व्यक्ति की जिंदगी में राहु केतु पीड़ित हो या खराब होकर स्थित हो और महादशा या अंतर्दशा में आ जाए तो व्यक्ति को मुसीबतों का लगातार सामना करना पड़ता है| लगातार धन की हानि, शारीरिक रोग, अशुभ दुर्घटनाएं घटनी शुरू हो जाती|
राशि चक में राहु केतु की अपनी कोई राशि या वार नहीं है लेकिन ज्योतिष शास्त्र में इनका बहुत महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है| ये हमेशा वक्री चाल चलते हैं| इन दोनों ग्रहों को एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में 18 महीने का समय लगता है| राहु केतु को छाया ग्रह माना जाता है| कुंडली में खराब हो तो व्यक्ति की जिंदगी में मुसीबतों का निर्माण करते है|
Rahu कमजोर होने के संकेत: कुंडली में राहु कमज़ोर हो तो व्यक्ति के सोचने समझने की शक्ति पर प्रभाव डालता है| अनैतिक कार्य करा देता है| व्यक्ति भ्रमित रहता है और अनर्गल फैसले ले लेता है| जीवन में अचानक घटनाएं घटती है| सिर में जकड़न होती है, व्यक्ति को आलस्य घेर लेता है|
Ketu कमज़ोर होने के संकेत:
नींद की समस्या व्यक्ति को बनी रहती है| संतान से कष्ट प्राप्त होता हैं या संतान प्राप्ति में परेशानी होती है, वही भाई से भी वाद विवाद हो जाता है| जोड़ो में दर्द, घुटने का दर्द और स्किन संबंधी समस्याएं व्यक्ति को झेलनी पड़ती है| व्यक्ति को क्रोध अधिक आता है|
राहु केतु को मजबूत करने के उपाय:
* हर बुधवार के दिन चाय पत्ती का दान किसी सफाई कर्मचारी को या मंदिर में दान करे|
* मां दुर्गा की नियमित पूजा करे और दुर्गासप्तशती का 12 वा अध्याय रोजाना पढ़ने से अत्यधिक लाभ प्राप्त होता है|
* रोजाना शिवलिंग पर जलभिषेक करने के बाद एक चुटकी काले सफेद तिल शिवलिंग पर चढ़ाए|
* हर 3 महीने में 2 रंगा कंबल किसी निर्धन व्यक्ति को दान करे|
* कुत्ते को नियमित रूप से रोटी खिलाएं|
•रोजाना 108 बार ॐ नमः शिवाय: का जप करते है तो राहु केतु शांत होते है|